shiv chalisa lyrics in english Fundamentals Explained

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कीन्ही दया तहं करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥

प्रणवाक्षर मध्ये ये तीनों एका ॥ ॐ जय शिव…॥

जगकर्ता जगभर्ता जगसंहारकर्ता ॥ ॐ जय शिव…॥

स्वामी एक है आस तुम्हारी । आय हरहु अब संकट भारी ॥

कहे अयोध्या आस तुम्हारी । जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥

कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥

अर्थ- हे प्रभु वैसे तो जगत के नातों में माता-पिता, भाई-बंधु, नाते-रिश्तेदार सब होते हैं, लेकिन विपदा पड़ने पर कोई भी साथ नहीं देता। हे स्वामी, बस आपकी ही आस है, आकर मेरे संकटों को हर लो।

शिव भजन

वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देखि नाग मन मोहे॥

पुत्र हीन कर इच्छा कोई । निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई ॥

शिव पंचाक्षर स्तोत्र

पुत्र होन check here कर इच्छा जोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥

ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव…॥

पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥

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